कंप्यूटर क्या है ? - What Is Computer

हैलो फ्रैंड्स.। फ्रैंड्स आज के इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले है What is Computer यानी कंप्यूटर क्या है?, क्योंकि फ्रैंड्स पिछले आर्टिकल में हमने आपको बताया था बेसिक कंप्यूटर कोर्स के बारे में, बेसिक कंप्यूटर क्या होता है?, अगर आपने उस आर्टिकल को अब तक नहीं पढ़ा है तो उस आर्टिकल को जरूर पढ़ें.।

फ्रैंड्स आज का युग Mobile और Computer का युग है. बिना कंप्यूटर या मोबाइल के हमारा जीवन अधूरा है. और लगभग सभी माता पिता चाहते है कि उनका बच्चा पढ़ लिखकर आगे बढ़े या कंप्यूटर के बारे में सीखें. इसी बात को ध्यान में रखते हुए आज हम आपको कंप्यूटर की सामान्य जानकारी बताने वाले है.।

अगर आप भी कंप्यूटर के बारे में जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़े. ताकि आप Computer से भली भांति परिचित हो सके.।


  कंप्यूटर क्या है ? - What Is Computer

Computer Kya Hai : फ्रैंड्स इस आर्टिकल में हमने Computer से रिलेटिड सभी जानकारी जैसे कंप्यूटर किसे कहते है ?, कंप्यूटर का अर्थ, वा परिभाषा, कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया ?, कंप्यूटर कितने भागों में बटा है ?, कंप्यूटर में क्या विशेषताएं होती है ? और कंप्यूटर का पूरा नाम आदि जैसी बातें बताने वाले है.।

कंप्यूटर क्या है ?

Computer Kya Hai


कंप्यूटर किसे कहते है ? हिन्दी मे.। - What Is Computer Called In Hindi

फ्रैंड्स कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो हमारे महत्वपूर्ण डेटा और निर्देशों को Input के रूप में लेता है और उस डेटा पर प्रतिक्रिया करके और उन्हें सहेजता है. तथा Output के रूप में डेटा प्रदान करता है. क्योंकि आप जानते ही होगें. कि पहले कंप्यूटर का अविष्कार गणना करने के लिए किया गया था लेकिन आज कल इसका उपयोग हमारे जीवन के हर क्षेत्र (कार्य) में किया जाता है.।

कंप्यूटर का अर्थ और परिभाषा

फ्रैंड्स कंप्यूटर' शब्द 'Compute' शब्द से बना है जिसका अर्थ है गणना करना.। इसीलिए कंप्यूटर को आमतौर पर एक कंप्यूटिंग (गणना करने वाली) मशीन माना जाता है जो उच्च गति से अंकगणितीय पर संचालन कर सकती है. और फिर डेटा को उसकी मेमोरी यानी स्टोरेज से निकालकर इस्तेमाल किया जा सकता है.।

इसलिए Computer को डेटा का भंडार और Storage डिवाइस भी कहा जाता है. इसकी गति बहुत ही तेज़ होती है याद रखें कंप्यूटर अपने काम में कभी भी गलती नहीं करता, ये अनेको प्रकार की गणना को एक साथ कर सकता है.।

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कंप्यूटर का अविष्कार किसने किया ?

फ्रैंड्स Computer का आविष्कार चार्ल्स बैबेज ने किया था इसलिए चार्ल्स बैबेज को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है। क्यूंकि सबसे पहले उन्होंने ही Programmable Computer को डिजाईन किया था. यानी 1822 में Charles Babbage ने "डिफरेंशियल इंजन" नाम का एक मैकेनिकल कंप्यूटर का आविष्कार किया था.।


कंप्यूटर क्या है ?
Charles Babbage

पुराने समय में Computer का उपयोग केवल गणना करने के लिए ही किया जाता था किन्तु आजकल इसका उपयोग डाक्यूमेंट्स बनाने, ई-मेल, ऑडियो और वीडियो देखना, खेल (गेम) खेलने, डेटाबेस तैयारी के साथ-साथ और कई स्थानो जैसे बैंको में, शैक्षणिक संस्थानों में, कार्यालयों में, घरों में दुकानों में अन्य स्थानों पर कंप्यूटर का प्रयोग बहुतायत से किया जा रहा है.

कंप्यूटर केवल वही काम करता है जो हम उसे करने के लिए कहते हैं यानी Computer केवल उन आज्ञाओं का पालन करता है जो पहले से कंप्यूटर के अंदर डाले गए थे, कंप्यूटर के अंदर सोचने - समझने की क्षमता नहीं होती है.।

Computer को जो व्यक्ति चलाता या उसका Use करता है उसे उपयोगकर्ता यानी User कहते है और जो व्यक्ति Computer के लिए कार्यक्रम (Program) बनाता है उसे Programmer कहते है.।

कंप्यूटर का नाम कंप्यूटर क्यों पड़ा ?

फ्रैंड्स कंप्यूटर को हिंदी में गणक कहते है क्यो कि कंप्यूटर शब्द अंग्रेजी के "Comput" शब्द से बना है जिसका अर्थ "गणना" करना है इसलिए कंप्यूट को कंप्यूटर का नाम दिया गया.।

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  कंप्यूटर में क्या विशेषताएं होती है ?

फ्रैंड्स आज के समय में कंप्यूटर मानव जीवन का एक अभिन्न अंग बन गया है, हर व्यक्ति अपने हिसाब से कंप्यूटर का प्रयोग करता है. कंप्यूटर में कई प्रकार की विशेषताएं होती है जिसके बारे में हमने अगले आर्टिकल मे विस्तार से बताया है लेकिन आज हमने कंप्यूटर की 10 विशेषताओं (Characteristics) का वर्णन नीचे किया है अगर आप विस्तार से कंप्यूटर की विशेषताओं को जानना चाहते है तो उस आर्टिकल को जरूर पढ़ें.।

➤ कंप्यूटर की 10 विशेषताएं

1. गति – Speed

Computer बहुत तेजी से काम करता है. यह एक सेकंड में लाखों निर्देशों को संसाधित कर सकता है. तथा इसकी डेटा प्रोसेसिंग गति को माइक्रोसेकंड, नैनोसेकंड और पिकोसेकंड में मापा जाता है. आमतौर पर प्रोसेसर की एक यूनिट की गति दसियों लाख निर्देश प्रति सेकंड यानी MIPS (लाखों निर्देश प्रति सेकंड) होती है. इस मशीन को तेज गति से काम करने के लिए बनाया गया है.।

2. स्वचालित – Automation

Computer एक स्वचालित मशीन होती है. स्वचालन इसकी सबसे बड़ी ताकत है. जो कि मानवीय हस्तक्षेप के बिना कई कार्यों को पूरा कर सकता है.।

3. संचार – Communication

एक कंप्यूटर मशीन अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के साथ भी बातचीत कर सकती है. यानी नेटवर्क के जरिए वे आसानी से एक दूसरे से अपने डेटा का आदान-प्रदान कर सकते हैं.।

4. शुद्धता – Accuracy

कंप्यूटर द्वारा उत्पादित परिणाम त्रुटिहीन रहते हैं. यदि किसी परिणाम में कोई त्रुटि होती है तो वह मानवीय हस्तक्षेप और दर्ज किए गए निर्देशों पर आधारित होती है. इसके परिणामों की सटीकता मानव परिणामों की तुलना में बहुत अधिक है.।

 5. परिश्रम – Diligence

फ्रैंड्स हम इंसान किसी भी काम को ज्यादा देर तक नहीं कर सकते. क्योंकि कुछ समय बाद हम थकान महसूस करने लगते हैं. इसलिए बीच-बीच में हमें ब्रेक लेना जरूरी हो जाता है. लेकिन Computer एक मशीन है, इसका थकान या बोरियत से कोई लेना-देना नहीं है, जिसके कारण यह 24 घंटे एक ही गति और सटीकता के साथ काम कर सकता है.।

6. त्वरित निर्णय – Quick Decision

यूजर (User) द्वारा दिए गए निर्देशों पर Computer तुरंत निर्णय लेता है. और उस पर प्रतिक्रिया करता है जैसे कि जब आप Laptop या Desktop में मौजूद यूएसबी पोर्ट पर अपने मोबाइल को USB केबल के माध्यम से कनेक्ट करते है तो तुरंत आपको मॉनिटर स्क्रीन पर एक पॉप-अप विंडो दिखाई देती है. यानी Computer को निर्णय लेने में इतनी तेज होती है कि जैसे ही इसे उपयोगकर्ता द्वारा आदेश दिया जाता है, यह कुछ ही नैनोसेकंड के भीतर उसका जवाब दे सकता है.।

7. बहुप्रतिभाशाली – Versatility

Computer एक बहुउद्देश्यीय मशीन है. यह गणना करने के अलावा कई उपयोगी कार्य करने में सक्षम है. इसके माध्यम से हम सभी आवश्यक कार्य जैसे टाइपिंग, दस्तावेज़, रिपोर्ट, ग्राफिक, वीडियो, ईमेल आदि कर सकते हैं.।

8. भंडारण क्षमता – Storage Capacity

कंप्यूटर में बहुत बड़ी मेमोरी (Memory) होती है. इसी भंडारण क्षमता के कारण, Computer काम के दोहराव से बचता है. इसमें उत्पन्न परिणाम, प्राप्त निर्देश, सूचना तथा सभी प्रकार के डेटा को Computer Memory में विभिन्न रूपों में संग्रहीत किया जा सकता है.।

9. विश्वसनीय – Reliability

कंप्यूटर एक भरोसेमंद (Reliable) मशीन है. इसका जीवन काल लंबा होता है. इसकी एक्सेसरीज (Accessories) को आसानी से मेंटेन किया जा सकता है.।

10. गोपनीयता – Privacy

फ्रैंड्स अगर आप अपने डाटा को दूसरों की पहुंच से दूर रखना चाहते हैं तो Computer उस डाटा को सीक्रेट यानी छुपाए रखने में आपकी मदद करता है. जिसे आप पासवर्ड की मदद से अपने डेटा को सुरक्षित (Save) रख सकते हैं. इसके अलावा आप एंटी-मैलवेयर प्रोटेक्शन का उपयोग भी कर सकते हैं, जो आपके डेटा को विभिन्न प्रकार के कंप्यूटर वायरस से सुरक्षित रखता है.। चलिए अब जानते है.

कंप्यूटर कितने भागों में बटा है ?

फ्रैंड्स Computer को दो भागों में बाट गया हैं एक तो वो भाग जिसे हम छू नहीं सकते यानी "सॉफ्टवेयर" कंप्यूटर की आत्मा जो मनुष्य द्धारा बनाई जाती है और दूसरा मेन भाग जिसे हम छू कर देख सकते है यानी "हार्डवेयर"  जो कंप्यूटर का शारीरिक भाग है जिसके बारे में हमने नीचे बताया है.।

  1. सॉफ्टवेयर
  2. हार्डवेयर

1. Software : 

सॉफ्टवेयर Computer का वह भाग है जिसे हम केवल देख सकते हैं उस पर काम कर सकते हैं क्योंकि सॉफ्टवेयर का निर्माण कंप्यूटर पर काम को सरल बनाने के लिए किया जाता है लेकिन आज-कल तो काम के हिसाब से सॉफ्टवेयर का निर्माण होता है जैसा काम वैसा सॉफ्टवेयर ।

Software

Software के लिए बड़ी बड़ी कंपनियों में यूजर की जरूरत को ध्यान में रखते हुए Software Programmer तैयार कराती है जिनमें से कुछ मुफ्त में उपलब्ध होते है और कुछ के लिए चार्ज देना पड़ता है. जैसे कि आप किसी फोटो से संबंधित कार्यों को करने के लिए फोटोशॉप का उपयोग करते है या कोई वीडियो देखनी है तो उसके लिए आप मीडिया प्लेयर का उपयोग करते है. ये दोनो Software है.।

2. Hardware : 

हार्डवेयर Computer मशीनरी का वह भाग है. जिसे हम छूकर देख सकते है जैसे सिस्टम यूनिट, एलसीडी, माउस सी.पी.यू., की-बोर्ड, मॉनिटर प्रिंटर आदि. कहने का तात्पर्य यह है कि इन Hardware को हम छू कर देख सकते हैं इन मशीनरी पार्ट के साथ मिलकर ही Computer का बाहरी भाग तैयार होता हैं और कंप्यूटर के इन्ही Hardware के भागों से Computer की क्षमता निर्धारित की जाती है.।

लेकिन फ्रैंड्स आज कल तो कुछ Software को कंप्यूटर में चलाने के लिए निर्धारित Hardware की आवश्यकता होती है यदि सॉफ्टवेयर के अनुसार Computer में हार्डवेयर नहीं होता है तो Software को कंप्यूटर में नही चलाया जा सकता है.।

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कंप्यूटर में सबसे पहले क्या सीखना पड़ता है ?

Computer चलाना सीखने से पहले आपको कंप्यूटर से जुड़ी कुछ जानकारियों के बारे में जानना होगा. कंप्यूटर के Basic कोर्स में आपको कंप्यूटर, उसके भाग तथा कंप्यूटर के कार्य आदि के बारे में सीखना पड़ता है. जिससे कंप्यूटर को चलाने में आसानी होती है.।

आपने क्या क्या सीखा.।

फ्रैंड्स आज के इस आर्टिकल में आपने सीखा. What is Computer यानी कंप्यूटर क्या है?, आज हमने आपको Computer के बारे मे Step By Step समझाया या बताया. अब हम पूरी उम्मीद करते हैं कि यह जानकारी आपके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी. यादि यह आर्टिकल आपको पसंद आया हो. तो आप हमे जरूर बताएं. या कॉमेंट करे.। आर्टिकल अच्छा हो तो ज्यादा से ज्यादा

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