Learn Accounts Course

हैलो दोस्तों 
               दोस्तों नमस्कार मैं Pawan Kumar आज से Computerbasiccourse.blogger.com की इस वेबसाइट मैं Accounts का नया प्रथम बेच शुरू कर रहा हू 
  • अगर आप को अकाउंट की क्लास मे ज्वॉइन होना हो तो आप हर रोज मोर्निग मे सुबह 6.00am से 7.00am ज्वॉइन कर सकते है और 2 से 3 महिने मे Acccount का पूरा कोर्स सिख सकते है । Date 21/11/2021... To 21/2/2021 ( 3 Month )
  • Learn-Accounts-course., Accounts को सिखाने से पहले क्या करे ।, एकाउंट्स कैसे सीखें । सब जानकारी आपको हमारे ब्लॉग पर मिल जायेगी ।

Accounts को सिखाने से पहले क्या करे ।

👉 फ्रैंड्स अकाउंट्स को सिखाने से पहले हम आपको उन छोटी छोटी बातें को बताना चाहते है जो प्रतिदिन अकाउंट में प्रयोग ( यूज ) होती है ।

तो चलिए शुरू करते है जानते है । Accounts के बारे मे ।

👉 आईए पहले जाने....

Account क्या है ?

Account : जिसे हिन्दी में खाते के नाम से भी जानते है ।खाता बही लेजर का वह भाग है जिसमें व्यक्ति ( आप/हम ) वस्तुओं अथवा सेवाओं के सम्बन्ध में किए हुए लेनदेनों का सामूहिक विवरण को लिखा जाता है । इस प्रकार प्रत्येक खाते की स्थिति का पता लग जाता है कि वह खाता लेनदार (Creditor) है तथा देनदार (Detor) है ।

उदाहरण के लिए : जब कोई फर्म अलग अलग Suppliers और Consumers के साथ लेनदेन करती है, तो प्रत्येक Suppliers और Consumers के अलग अलग खाते होते है । अधिक..

👉 आईए अब जानते है......

अकाउंट्स कितने प्रकार के होते है ? - Types of Accounts in Hindi

अकाउंट्स तीन प्रकार के होते हैं ।
  1. Personal Account ( पर्सनल अकाउंट )
  2. Real Account ( रियल अकाउंट )
  3. Nominal Account :- ( नॉमिनल अकाउंट )
दोस्तो इस अकाउंट्स के कुछ नियम होते है इन नियमों के अनुसार ही आप व्यवसाय में होने वाले दो पक्षों के बीच व्यवहार में खातों को अलग अलग कर सकेंगे ।

ध्यान रखें :- प्रत्येक लेनदेन के दो पक्ष होते हैं। डेबिट पक्ष या ऋणी और क्रेडिट पक्ष मतलब धनी । 

अकाउंट के कितने भाग होते हैं ? - How Many Parts Are There In The Account.

प्रत्येक अकाउंट मे दो भाग होते हैं ।
  1. डेबिट पक्ष मतलब ऋणी
  2. क्रेडिट पक्ष मतलब धनी
इस कारण उसका लेखा लिखने के लिए प्रत्येक खाते के दो भाग होते हैं। बायें हाथ की ओर भाग 'ऋणी पक्ष' (डेबिट साइड) होता है और दाहिने हाथ की ओर का भाग 'धनी पक्ष' (क्रेडिट साइड) होता है ।

अब जान लेते है इनके रचेयता कौन है.....Means

अकाउंट के जनक कौन है ? - Who Is The Father of The Account.

लेखांकन के इतिहास में, डबल अकाउंटिंग सिस्टम के जनक लुकास पैसिओली थे, जो इटली के वेनिस नगर के रहने वाले थे उन्होंने अपनी पुस्तक डे कम्पसेट ऑफ़ स्क्रिप्युरिस1494 में डबल अकाउंटिंग सिस्टम का वर्णन किया है ।


👉 अपडेट चल रहा है......


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