इन्टरनेट हम तक कैसे पहुंचता है ?

हाय 👋 फ्रैंड्स 
            Good Evening फ्रैंड्स मेरा नाम ज्वाला है । और में Computermebasic.blogspot.com ब्लॉग पर कंप्यूटर और टैकनोलिजी के आर्टिकल्स लिखती हूं और आज से, मैं आपको इंटरनेट के बारे में बताऊंगी ।

वैसे तो आपको पहले भी बताया जा चुका है लेकिन आज मैं आपको कुछ नई जानकारियां बताने वाली हूं ।

 
फ्रैंड्स Internet के पार्ट.1 मे आपको नीचे दी गई निम्न लिखित जानकारी देनी वाली हूं । जैसे 
  • Internet क्या है ?
  • Internet के उपयोग ।
  • Internet कहा से आता है ?
  • Internet हम लोगो तक कैसे पहुंचता है ? 
  • Internet का नाम Internet क्यों पड़ा ?

👉 तो पहले मे आपको बताऊंगी ।

इंटरनेट क्या है ?, What is internet 

इंटरनेट : फ्रैंड्स इन्टरनेट एक दुसरे से जुड़े कई कंप्यूटरों का अंतर जाल होता है या मकड़ी के जाल जैसे होता है । जो राउटर एवं सर्वर के माध्यम से दुनिया के किसी भी कंप्यूटर को आपस में जोड़ देता है ।

👉 दुसरे शब्दों में कहे तो सूचनाओ को आदान प्रदान करने के लिए TCP/IP Protocol के माध्यम से दो कंप्यूटरों के बीच स्थापित सम्बन्ध को Internet कहते हैं । 
 
फ्रैंड्स क्या आप जानते है इन्टरनेटनेट विश्व का सबसे बड़ा विशाल नेटवर्क है ।

👉 अब में बताने जा रही हू...

इंटरनेट के क्या उपयोग है ?

फ्रैंड्स आज कल इंटरनेट का प्रयोग बहुत ही ज्यादा और असीमित हो गया है पुराने जमाने में इसका प्रयोग वैज्ञानिक और रक्षा विभाग से सम्बंधित कार्यों कि सूचनाओं के आदान प्रदान के लिए ही किया जाता था.। 
 
लेकिन फ्रैंड्स जैसे जैसे इन्टरनेट की विकास होता गया वैसे वैसे इसका दायरा बढ़ता गया और ये आम आदमी तक पहुंचने का दायरा बढ़ता ही चला गया और आज असीमित क्षेत्रों में इसका उपयोग होने लगा ।
 
👉 इन्टरनेट आज हमारे जीवन एक अभिन्न हिस्सा बन चूका है और इन्टरनेट का उपयोग कई चीजों में होगे लगा । जैसे 
  • बैंकिंग के लिए ।
  • विज्ञापन के लिए ।
  • मनोरंजन के लिए ।
  • नये दोस्त बनाने के लिए ।
  • घर बैठे शोपिंग करने के लिए ।
  • Online पढाई करने के लिए ।
  • बिज़नस के प्रचार प्रसार के लिए ।
  • आपस में बात चीत करने के लिए ।
  • न्यूज़ को पढ़ने और देखने के लिए ।
  • किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए । 
  • मोबाइल, बिजली, Phone का बिल जमा करने के लिए ।
  • किसी भी डॉक्यूमेंट को मेल, व्हाट्सएप के माध्यम से ट्रान्सफर करने के लिए, इत्यादि करने के लिए ।
 
👉 अब में बताती हू...
 

Internet का नाम Internet क्यों पड़ा ?

👉 इन्टरनेट एक इंग्लिश शब्द है जो इंग्लिश के ही एक और शब्द “Internetworked” से लिया गया है Hindi में Internet का Meaning होता है “अंतरजाल“
  • इन्टरनेट हजारों-लाखों कम्प्यूटरों का एक जाल है इसे हिंदी में अंतरजाल या फिर सामान्य भाषा में “महाजाल” भी कह सकते है.।
अंतरजाल :- एक दूसरे से जुड़े संगणकों का एक विशाल विश्व-व्यापी नेटवर्क या जाल है । इसमे कई विश्वविद्यालयो, संगठनो आदि के सरकारी और निजी संगणक जुडे हुए है ।
  • अंतरजाल से जुडे हुए संगणक आपस मे अंतरजाल नियमावली के जरिए सूचना का आदान-प्रदान करते है ।

👉 क्या आप जानते है इंटरनेट कहा से आता है ।
 
फ्रैंड्स क्या आप भी उन लोगों की तरह ही सोचते है कि इंटरनेट सेटेलाईट के माध्यम से चलता है अगर हाँ है तो में कहूंगी आप गलत है अगर देखा जाए तो आपकी सोच एक हद तक सही भी है । क्यों कि इन्टरनेट को सेटेलाईट के मध्यम से भी चलाया जाता है लेकिन हम जिस इन्टरनेट का उपयोग करते है वो सेटेलाइट के माध्यम से नहीं बल्कि कई ऑप्टिकल फाइबर केबल द्वारा हम तक पहुँचता है ।
 
👉 फ्रैंड्स क्या आपको ये भी पता है कि Opticle Fibres Cable को सबमरीन केबल भी कहा जाता है । लेकिन क्यों ?
 
आइए जानते है क्यों
 
सबमरीन :- Sabmarin एक अंग्रेजी शब्द है ये एक प्रकार की नाव है जो जल के अंदर चलती है और युद्ध के समय शत्रु के जहाजों को नष्ट करने के काम में आती है ।

इन्टरनेट हम तक कैसे पहुंचता है ? How does the internet reach us.

या
 
Friends हम जिस इन्टरनेट का उपयोग करते है वो तीन कम्पनियों के माध्यम से होते हुए हम तक पहुँचता है ।
 
हम इन तीनों कंपनियों को तीन भाग में विजभित कर लेते है.।जैसे : 
  • Tier.1, Tier.2, Tier.3,
 
Tier.1 में वो कंपनी आती है जिन्होंने ऑप्टिकल फाइबर केबल का नेटवर्क समुद्र के अन्दर से पूरे विश्व भर में फैला रखा है इन्ही केबल के माध्यम से दुनिया के सारे सर्वर एक दूसरे से कनेक्ट रहते है.।
Tier.2 में टेलिकॉम कंपनियां आती है । जैसे : आईडिया, वोडाफ़ोन, जियो, एयरटेल बी.एस.एन.एल. जैसी कंपनियां आती है जिनके माध्यम से इन्टरनेट हम तक पहुँचता है.।
जब कि Tier.3 में लोकल एरिया की छोटी छोटी कंपनिया आती है ।
Tier.3 में वो कंपनियां आती है । जो Tier.2 कम्पनियाँ से डाटा खरीदती है । जैसे : लोकल एरिया की छोटी छोटी कंपनिया, शॉप जो हमे मोबाइल कूपन या मोबाइल की फ्लिक्स जैसे सुविधाएं देती है ।
  • Tier.2 कि कम्पनियाँ Tier.1 की कम्पनी से प्रति GB के हिसाब से डाटा खरीदती है हम लोग Tier.2 की कंपनियों से डाटा खरीदते है.।
  • Tier.2 की कम्पनियाँ लैंडलाइन ओप्टिकल फाइबर केबल द्वारा अपने टावर को Tier.1 से कनेक्ट कर के रखते है और वायरलेस नेटवर्क के माध्यम से इन्टरनेट कि सेवा को हम तक पहुचाते है.।
 
फ्रैंड्स 
आज का lesson कैसा लगा हमे जरूर बताएं और साथ में शेयर भी जरूर करें ।

 

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